कभी आपको हसाते हुए मर जाते है,
कभी आपको मनाते हुए मर जाते है,
हम सूखे हुए झील के वो मेंढक है,
जो रिश्ता निभाते हुए मर जाते है.
उनके ही कत्ल का इल्ज़ाम वो हमारे सिर लगाते है,
जो हमे जलाने आए थे और खुद जलते हुए मर जाते है,
यह इश्क़ की कहानी तो ऐसे ही नही मिटती ए मेरे दोस्त,
यहा रोज़ कोई आशिक़ अपना किरदार निभाते हुए मर जाते है
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