मुझसे मिला लीजिए अपने दिल को और प्यार कीजिए,
किसी सुहाने वक़्त मे हो सके तो इक़्क़रार कीजिए,
हाय ये मुस्कुराना कैसा, हाय ये शरमाना कैसा,
निगाहो से घायल कर मुझे मार जाना कैसा,
पल्को की छाव मे, इन क़ातिल हवओ मे,
मेरी इस जिंदगी को आबाद कीजिए.
मुझसे मिला लीजिए अपने दिल को और प्यार कीजिए.
आती रही बहारें, जाती रही बहारें,
कबसे जी रहे है इंतेजार मे तुम्हारें,
छा रही है मदहोशी,
कुछ कुछ कह रही है ज़िंदगी,
जीने की उमँगो को मेरे अब तो करार दीजिए.
मुझसे मिला लीजिए अपने दिल को और प्यार कीजिए
दिल मे बसा लो प्यार-ए-खुदा को,
बक्ष दो जन्नत अपने इस मेहेरबा को,
मौसम हसी है, रातें जवान है,
अब खुद को ना यू बंदिशो मे क़ैद कीजिए.
मुझसे मिला लीजिए अपने दिल को और प्यार कीजिए
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