My Thoughts
Wednesday, June 6, 2012
खुदा तू एक बार ऐसा सपना सज़ा दे
खुदा तू एक बार ऐसा सपना सज़ा दे,
सपने मे उसे तू मेरा अपना बना दे,
कितना चाहता हू उसे तू तो जनता है ना,
जाग ना पाउ इस सपने से एसा सुला दे
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