तस्वीर है तेरी वो,
जिसे सिने से लगा रखा है,
अंधेरे इस दिल मे,
तेरे यादों का चिराग जला रखा है,
मुलाक़ात की उम्मीद ने,
मेरे इस दिल को बचा रखा है,
तेरी आने की खुशी है इतनी,
के दिल के सेहरा को हमने
गुलशन बना रखा है,
इंतजार ने तेरे,
इस दिल को तड़पा रखा है,
जल्दी से लौट आओ,
राहो मे हमने पलकों को
अपने बीचाए रखा है,
लम्हा लम्हा तेरी याद मे,
खुदको उल्ज़ा रखा है,
दिल इस दर्द को सह रहा है इतना,
के दर्द का नाम हमने
अब दवा रखा है
very nice sir ji 1 no.
ReplyDeletemasssst re :)
ReplyDeletekhuup chaan :)
BEAUTIFUL! :)
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